आज हम RCM Harit Sanjivani प्रोडक्ट के बारे में जानेंगे जो हमारे देश के किसान भाइयो एवं कृषि विभाग वालो के लिए काफी लाभकारी है । जिसे हम हरित संजीवनी Harit Sanjivani के नाम से जानते है जिसका मुख्य उद्देश ही है उत्पादन को बढ़ना । RCM Harit Sanjivani का एक बेहतरीन प्रोडक्ट है जो अच्छे फसल, खेती के फलदायी परिणाम Rcm business द्वारा भारतीय किसानो के लिए वरदान साबित होता है ।
जैसा की हम जानते है, अनादि काल से मनुष्य खेती करते आ रहे हैं और खेती मनुष्य का सबसे प्राचीन व्यवसाय है । इस बढ़ती हुए आबादी को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों के समझ में आया की बढ़ती हुई आबादी के लिए ज्यादा खाद्यान्न की आवश्यकता होगी और इसीलिए उन्होंने खोज करके हाइब्रिड बीजों का निर्माण किया । देसी बीजों की अपेक्षा हाइब्रिड बीजों को भोजन की आवश्यकता ज्यादा थी और उन बीजों को भोजन पूर्ति करने के लिए वैज्ञानिकों को रासायनिक खादों का निर्माण करना पड़ा।
जब रासायनिक खादों को किसान खेतों में फसलों को देने लगे तो उसके दुष्परिणाम जमीनों के साथ-साथ फसलों पर होने लगी जैसे फसलो कीड़े मकोड़े और तरह-तरह की बीमारी आने लगी और उनसे बचने लिए वैज्ञानिकों को कीटनाशकों का निर्माण करना पड़ा ।अनगिनत रसायनिक खाद और कीटनाशकों के इस्तेमाल से जमीन और फसल कि सिस्टम ही बिगड़ रही है जैसे मेटाबॉलिक एक्टिविटी, रेस्पिरेट्री सिस्टम नुत्रिएन्त एबिलिटी। परिणामस्वरूप किसानों की खेती में हर साल लागत बढ़ रही और उत्पादन में कमी आ रही है।
इन सारी समस्याओं को देखते हुए कंपनी के वैज्ञानिकों ने Harit Sanjivani जैसे अनूठे उपचार पद्धति जैसे का निर्माण किया। हरित संजीवनी की उपचार पद्धति फसलों की अलग-अलग अवस्था में कार्य करती है जैसे :
- चरम अवस्था
- बचपन अवस्था
- यौवन अवस्था
- परिपक्व अवस्था
जिस कारण फसलों में आश्चर्यजनक वृद्धि भी दिखाई देती है।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 1
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 1 जमीन को उपजाऊ बनाने की उपचार पद्धति है । इस प्रक्रिया में ढाई सौ ग्राम पाउडर 1 एकड़ खेती के लिए इस्तेमाल करना है । हरित संजीवनी प्रक्रिया 1 उच्चतम तकनीक से Highly Concentrated बनाया गया है।
प्रक्रिया 1 का इस्तेमाल
इसे किसी भी रासायनिक खाद के साथ मिलाकर दे सकते हैं या 40 से 50 किलो सूखी मिट्टी में मिलाकर दे सकते हैं एवं ड्रिप इरिगेशन Drip Irrigation के द्वारा भी दे सकते हैं। एक साल तक की आयु वाली फसलों में फसल लगाते समय या फसल लगाने की 30 दिनों तक RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 1 को जमीन में दे सकते हैं। इसे जमीन में देने के बाद पानी देना आवश्यक है।
प्रक्रिया 1 के फायदे
जमीन में रासायनिक खादों के द्वारा सालो से जमा अघुलनशील तत्व को खोलने में मदद मिलती है इस कारण जमीन नरम और भुरभुरी होने लगती है जमीन में जल धारण क्षमता बढ़ती है इसके फलस्वरूप पौधों में सूक्ष्म जड़ों की वृद्धि होने लगती है जिनके द्वारा पौधों को जमीन से भोजन मिलता है।
जमीन में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं जीवाणु, किसानों के द्वारा अनगिनत रसायनिक खादों के इस्तेमाल से दिन बी दिन जीवाणु की पैदावार कम हो रही है। जो जमीन की उपजाऊ उपज क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण कार्य करते हैं ।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 1 के निरंतर इस्तेमाल से जमीन में जीवाणु की पैदावार बढ़ने में मदद होती है इस कारण जमीन में ऑर्गेनिक कार्बन Organic Carbon बढ़ने लगता है। जमीन में Ph Level को नियंत्रित करने में मदद होती है , इस कारण जमीन से ना मिलने वाला भोजन पौधों को मिलने में सहायता होती है। इस संजीवनी प्रक्रिया 1 के इस्तेमाल से जमीन में नाइट्रोजन को स्थिर करने में भी मदद होती है ।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 1 के उपचार पद्धति सभी प्रकार की फसलों में 1 समान है जो फसल सालो साल निरंतर फल देते हैं उनके लिए उनकी उम्र के अनुसार उपचार दिया जाता है।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 2
Harit Sanjivani प्रक्रिया 2 पौधों के बचपन अवस्था की उपचार पद्धति है । हरित संजीवनी प्रक्रिया 2 में 100 ग्राम पाउडर है जिससे 1 लीटर पानी में ग्राम पाउडर इस अनुपात में उपयोग करना है ।
प्रक्रिया 2 का इस्तेमाल
Harit Sanjivani प्रक्रिया 2 कि 100 ग्राम पाउडर से 100 लीटर घोल बनेगा इस घोल को पौधों के ऊपर छिड़काव करना है ।
प्रक्रिया 2 के फायदे
इसके इस्तेमाल से पौधों को संतुलित वृद्धि होने में मदद मिलती है, पत्तो को आकार बढ़कर उन में हरिद्रा का प्रमाण बढ़ने में सहायता होती है । परिणामस्वरूप प्रकाश संश्लेषण क्रिया तेजी से होकर पौधों में ज्यादा से ज्यादा अन्य तत्वों का निर्माण होने लगता है । पौधों में जड़ों का विकास तेजी से होने लगता है ।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 3
पौधों के यौवन अवस्था की उपचार पद्धति है Harit Sanjivani प्रक्रिया 3 150 ग्राम पाउडर है ।
प्रक्रिया 3 का इस्तेमाल
इसमें 1 लीटर पानी में 1 ग्राम पाउडर इस अनुपात में उपयोग करना है। Harit Sanjivani प्रक्रिया 3 के डेढ़ सौ ग्राम पाउडर से डेढ़ सौ लीटर घोल बनेगा। इस घोल को पौधों के ऊपर छिड़काव करना है ।
प्रक्रिया 3 के फायदे
इसके इस्तेमाल से पौधों की शाखाएं बढ़ने लगती है पौधों में ज्यादा से ज्यादा मादा फूलों का निर्माण होने लगता है । पौधों के यौवन अवस्था में हार्मोनिकल बदलाव के कारण पौधों में जो अन्य तत्वों की कमी आ जाती है उन अन्य तत्वों को पौधों को देने में सहायता मिलती है । परिणामस्वारूप पौधों की वृद्धि सशक्त होती है
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 3 के इस्तेमाल से कार्बन और नाइट्रोजन ratio को संतुलित रखने में मदद मिलती है । इससे प्रतिकूल परिस्थिति में भी पौधों में फूल और पत्तो को थामे रखने की क्षमता बढ़ती है एवं पौधों की रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ती है ।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 4
Harit Sanjivani प्रक्रिया 4 पौधों की परिपक्व अवस्था उपचार पद्धति है और ढाई सौ ग्राम पाउडर है ।
प्रक्रिया 4 का इस्तेमाल
इसे 1 लीटर पानी में 1 ग्राम पाउडर इस अनुपात में उपयोग करना है । RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 4 के ढाई सौ ग्राम पाउडर से ढाई सौ लीटर घोल बनेगा इस घोल को पौधों के ऊपर छिड़काव करना है ।
प्रक्रिया 4 के फायदे
इसके इस्तेमाल से पौधों को संतुलित भोजन देने में सहायता होती है । जैसे जब फूलों का रूपांतरण फलों में होता है तब पौधों को ज्यादा से ज्यादा भोजन फलो में लगता है ।पौधा इस दौरान पत्तों की तरफ जाने वाले भोजन को कम करके फलों में ज्यादा से ज्यादा भोजन देता है और इस कारण पत्ते सुख कर पौधा अशक्त होने लगता है ।
कभी कभी पौधों के ऊपर अलग-अलग बीमारियों का प्रकोप होने लगता है परिणाम स्वरूप किसानों को ज्यादा से ज्यादा कीटनाशकों का छिड़काव करना पड़ता है । फलो को भी संतुलित भोजन ना मिलने से पौधों के नीचे लगने वाले फल बड़े और उपर लगने वाले फल छोटे हो जाते है ।
RCM Harit Sanjivani प्रक्रिया 4 के छिड़काव से पत्ते और फूलो को संतुलित भोजन मिलने से पत्ते हरे भरे होते और फलो का नीचे से ऊपर तक एक जैसे साइज होने में मदद मिलकर फलों की चमक और स्वाद भी अच्छा होता है
जयादातर फूलों का रूपांतरण फलों में होता है फल जल्दी या ज्यादा दिनों तक निकलते हैं । पौधों की सशक्त वृद्धि होने से फूल और फलों की गिरावट को रोकने में सहायता होती है । फल स्रूप किसानो को आश्चर्यजनक उत्पादन में वृद्धि मिलती है
छिड़काव करते समय विशेष ध्यान रखें ।
RCM Harit Sanjivani का छिड़काव करते समय इन बातो का विशेष ध्यान रखें :
- Harit Sanjivani प्रक्रिया 2,3,4 सभी प्रकार केकीटनाशक, फफूंद नाशक के साथ मिलाकर दे सकते है ।
- सिर्फ ध्यान रहे इससे बोर्डों मिश्रण या alkaline दावा के साथ मिलाकर छिड़काव ना करें ।
- हरित संजीवनी प्रक्रिया 2,3,4 के अच्छे परिणामों के लिए छिड़काव सुबह 11:00 बजे के पहले या शाम 5:00 के बाद करे ।
- संजीवनी प्रक्रिया 2,3,4 छिड़काव के समय हल्की सी गीली होना आवश्यक है या छिड़काव के बाद पानी देने की व्यवस्था होनी चाहिए ।
- हरित संजीवनी प्रक्रिया 2,3,4 का इस्तेमाल अलग-अलग फसलों पर उनके निकलने की अवधि के अनुसार किया जाता है ।
कुछ फसलों में फल नहीं लगते जैसे चाय, तंबाकू, सत्तू, गुलाब, गेंदा, जैस्मिन, रजनीगंधा, आर्किड, बोगन बेली, लिली और इसी प्रकार से सभी फसलों में Harit Sanjivani प्रक्रिया 234 को साथ मिलाकर 1 लीटर पानी में 1 ग्राम पाउडर के अनुपात में 15 दिनों के अंतराल में छिड़काव करते रहे । Harit Sanjivani प्रक्रिया 1,2,3,4 प्राकृतिक उत्पाद होने के कारण मनुष्य पशु पक्षी और पर्यावरण के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है ।
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